नितिन गडकरी: National Highways Authority of India: भारत के राष्ट्रीय राजधानी को शहरी विस्तार सड़क परियोजना (UER-2) के तहत बनाई जा रही एक विस्तृत राजमार्ग के तहत भीड़-भाड़ कम करने के लिए केंद्र सरकार ने 7,716 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया है। भारतीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने बताया कि इस परियोजना का पूरा होना इस साल सितंबर तक मुमकिन है।
यह परियोजना दिल्ली के तीसरी रिंग रोड के पांच चरणों में विकसित किया जाएगा। गडकरी ने शहरी विस्तार सड़क परियोजना (UER-2) की प्रगति की निगरानी के लिए उपराज्यपाल वीके सक्सेना, सांसद हंस राज हंस, प्रवेश साहिब सिंह वर्मा और अन्य उच्च अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया।
गडकरी (Nitin Gadkari) जी ने मीडिया से बातचीत में बताया कि दिल्ली की भीड़भाड़ कम करने की योजना के तहत वे यूआर-द्वितीय के निर्माण पर काम कर रहे हैं। इस परियोजना में कुल 7,716 करोड़ रुपये का खर्च आएगा जिसमें पांच अलग-अलग पैकेज में यूआर-द्वितीय का निर्माण होगा। उन्होंने बताया कि यूआर दो परियोजनाओं में से 60 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है और इन परियोजनाओं का उद्घाटन अगले छह महीनों में होगा।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने बताया कि इस परियोजना के तहत भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) गाजीपुर लैंडफिल से प्राप्त 20 लाख टन प्लास्टिक कचरे का उपयोग कर रहा है।
राष्ट्रीय राजमार्ग – 344 एम (पैकेज 1-3) दिल्ली में अतिरिक्त पश्चिमी रिंग रोड के रूप में काम करेगा, जिससे इंदिरागांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की यात्रा की अवधि 2 घंटे से 20 मिनट कम होगी। यह राष्ट्रीय राजमार्ग – 44 के लिए एक वैकल्पिक मार्ग होगा, जो पंजाब, जम्मू-कश्मीर और दक्षिण दिल्ली और गुड़गांव से आने वाले यात्रियों के लिए उपयोगी होगा। इससे दिल्ली में यातायात में सुधार होगा। यह आईआईसीसी से भी जुड़ता है, जो द्वारका में प्रस्तावित है।
गडकरी (Nitin Gadkari) ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग 8 के दिल्ली-जयपुर खंड पर मरम्मत काम जारी है। इसके अलावा मंत्री ने बताया कि दिल्ली से जुड़ी परियोजनाओं में 60,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जा रहा है जो वायु प्रदूषण को कम करने में मददगार होगा। इसके अलावा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के दिल्ली-जयपुर खंड पर एक अलग लेन का निर्माण करने की योजना है जिससे इलेक्ट्रिक ट्रकों और बसों के लिए आसानी से पथ मिल सके। इससे न केवल पर्यावरण को बल्कि लोगों को भी लाभ होगा।